मुझे पढ़ने वालों को मेरा बहुत बहुत धन्यवाद।
लिखती तो बरसों से हूँ पर कभी किसी को दिखाया नहीं, कभी कहीं छपाया नहीं। पहली बार अपने लेखन को दुनिया के सामने रखा तो लगा ही नहीं की इतने उम्दा लेखकों के बीच कहीं कोई मुझे भी पढ़ेगा, पर जब मुझे लोगों की प्रतिक्रियाएँ मिली तो पल भर तो विश्वास ही नहीं हुआ की मैंने जो लिखा वो लोगों को अच्छा लगा।
आपकी प्रतिक्रियाओं ने मुझे प्रोत्साहित किया है, मुझे और लिखने की प्रेरणा दी है कोशिश करूंगी कि कुछ और लिखूं अच्छा लिखूं।
लिखती तो बरसों से हूँ पर कभी किसी को दिखाया नहीं, कभी कहीं छपाया नहीं। पहली बार अपने लेखन को दुनिया के सामने रखा तो लगा ही नहीं की इतने उम्दा लेखकों के बीच कहीं कोई मुझे भी पढ़ेगा, पर जब मुझे लोगों की प्रतिक्रियाएँ मिली तो पल भर तो विश्वास ही नहीं हुआ की मैंने जो लिखा वो लोगों को अच्छा लगा।
आपकी प्रतिक्रियाओं ने मुझे प्रोत्साहित किया है, मुझे और लिखने की प्रेरणा दी है कोशिश करूंगी कि कुछ और लिखूं अच्छा लिखूं।